
भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. पार्टी के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी के लिए खड़गे पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. साथ ही कर्नाटक में उनके प्रचार करने पर रोक लगाने की गुहार लगाई.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिया था. उन्होंने कथित तौर पर पीएम मोदी की तुलना जहरीले सांप से की थी. उनके इस बयान की बीजेपी ने निंदा की थी.
खरगे ने अपने इस बयान पर तुरंत सफाई भी दी है. उन्होंने कहा कि उनका मतलब बीजेपी की विचारधारा से था. उन्होंने कहा, ”मैंने पीएम मोदी के लिए ये (सांप वाला बयान) व्यक्तिगत तौर पर नहीं कहा.” इसके बाद कर्नाटक के शिरहट्टी में भी खरगे ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, ”मैंने प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस की विचारधारा के बारे में कहा, मेरा विचार उनकी विचारधारा को लेकर है. ये किसी पर निजी हमला नहीं है.
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में महासचिव तरुण चुग, सांसद अनिल बलूनी और पार्टी नेता ओम पाठक ने आयोग को इस बारे में एक ज्ञापन सौंपा. मुलाकात के बाद भूपेंद्र यादव ने कहा कि ऐसा नहीं है कि जुबान फिसलने की वजह से खड़गे की यह टिप्पणी सामने आई है, बल्कि यह कांग्रेस की नफरत की राजनीति का हिस्सा है.
यादव ने कहा कि कांग्रेस का मोदी पर व्यक्तिगत हमले करने का इतिहास रहा है. भाजपा महासचिव तरुण चुग ने कहा कि खड़गे इस तरह की टिप्पणी करने के आदतन अपराधी हैं.