नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को गुजरात के एक दलित व्यक्ति और उसके परिवार को राष्ट्रीय राजधानी में अपने आवास पर खाने के लिए आमंत्रित किया है. केजरीवाल ने मुख्य रूप से दलित समुदाय के सफाई कर्मचारियों के साथ टाउन हॉल में बातचीत की. इस दौरान हर्ष सोलंकी नाम के व्यक्ति ने कहा केजरीवाल हाल ही में अहमदाबाद में एक ऑटोरिक्शा चालक के घर रात का भोजन करने गए थे. सोलंकी ने पूछा कि क्या केजरीवाल मेरे भी घर आएंगे?
केजरीवाल ने गुजरात के दलित को अपने घर बुलाया
केजरीवाल ने सोलंकी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वह अहमदाबाद की अपनी अगली यात्रा के दौरान उनके घर खाने पर आएंगे. साथ ही सोलंकी और उनके रिश्तेदारों को खाने पर अपने दिल्ली आवास पर आने का निमंत्रण भी दिया. सोलंकी ने कहा कि वह केजरीवाल को दलित समुदाय में आते देखकर खुश हैं, जो उन्होंने दावा किया कि आजादी के बाद किसी अन्य नेता ने नहीं किया.
हवाई टिकट का भी करेंगे इंतजाम
सोलंकी ने केजरीवाल के गुजरात दौरे को लेकर कहा कि आपको (केजरीवाल) देखकर हमें उम्मीद है कि कोई हमारे लिए खड़ा है. मैं एक अनुरोध करना चाहता हूं. क्या आप एक दलित के घर आएंगे जैसे आप एक ऑटोरिक्शा चालक के घर गए थे. इसके जवाब में केजरीवाल ने सोलंकी को अपने घर आमंत्रित किया और कहा कि वे हवाई यात्रा का भी बंदोबस्त कर देंगे.
जानें क्या बोले केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि आप और आपका परिवार सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर में एक साथ खाना खाएंगे. जब भी मैं अहमदाबाद आऊंगा तो मैं आपके घर खाने पर जरूर आऊंगा. वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सोलंकी और उनके परिजन राष्ट्रीय राजधानी के दौरे के दौरान पंजाब भवन में रहेंगे. बता दें कि केजरीवाल ने टाउन हॉल के पास दलित बच्चों द्वारा चलाए जा रहे पुस्तकालय का नाम रखने का निमंत्रण भी स्वीकार कर लिया.
सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस नेता के कार्यालय में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की तस्वीरें हैं, जबकि भाजपा नेता के कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर है.
बाबासाहेब का सपना पिछले 75 सालों में पूरा नहीं हुआ..
उन्होंने कहा कि जब आप किसी ‘आप’ नेता के कार्यालय में जाएंगे तो आपको केजरीवाल या मान की नहीं, बल्कि बाबासाहेब अम्बेडकर की तस्वीरें दिखाई देंगी. अम्बेडकर के दिखाए रास्ते पर चलने वाली आप ही पार्टी है. बाबासाहेब का सपना पिछले 75 सालों में पूरा नहीं हुआ था. लेकिन मैंने उनके सपने को पूरा करने का संकल्प लिया है.