मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद गुरुवार को एग्जिट पोल के आंकड़ों ने रोमांच बढ़ा दिया है. विभिन्न पोल में अलग-अलग दलों को बढ़त के परस्पर विरोधी आंकड़े सामने आए हैं. पार्टियों और लोगों की निगाहें अब तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना पर टिक गई है.
बीते दो दशकों से हर बार सत्ता में बदलाव का रिवाज बनाने वाले राजस्थान को लेकर भी एग्जिट पोल स्पष्ट संकेत नहीं दे रहे हैं. न्यूज24-चाणक्य और इंडिया टुडे-एक्सिस भाजपा और कांग्रेस में बराबरी की टक्कर दिखा रहे हैं. वहीं एबीपी-सी वोटर और रिपब्लिक-मैट्रिज भाजपा की सरकार बनने का अनुमान लगारहे हैं.
मध्य प्रदेश में टीवी9-पोलस्ट्रेट, इंडिया टुडे-एक्सिस और न्यूज24-चाणक्य भाजपा की सरकार बनाने का आसार जता रहे हैं. जन की बात के एग्जिट पोल में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला दिखा रहे हैं. रिपब्लिक-मैट्रिज और एबीपी-सी वोटर कांग्रेस को बढ़त दिखा रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में ज्यादातार एग्जिट पोल में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है. वहीं, न्यूज24-चाणक्य कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत दिखा रहे हैं. वहीं, तेलंगाना के एग्जिट पोल में त्रिशंकु विधानसभा केे आसार जताए जा रहे हैं. न्यूज24-चाणक्य कांग्रेस को बढ़त बता रहा है. उनके मुताबिक कांग्रेस को 80 सीटें तक मिल सकती हैं, जो बहुमत से 20 सीटें ज्यादा हैं. भाजपा को अधिकतम 12 सीटें मिलने की संभावना जताई है. मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति को टीवी9-पोल स्ट्रेट बहुमत के करीब दिखा रही है.
गहलोत राज्यपाल से मिले एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आने के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की. राजभवन के प्रवक्ता ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया.
शिवराज सिंह चौहान इस बार भी अपने पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र बुधनी से चुनाव लड़ रहे हैं. चौहान को लाडली बहना योजना के सहारे पांचवीं बार भाजपा की सरकार एक बार फिर बनने का पूरा भरोसा है.
पिछले विधानसभा में सरदारपुरा विधानसभा से 45 हजार से अधिक मतों से जीतने वाले अशोक गहलोत इस बार भी यहीं से भाग्य आजमा रहे हैं. उन पर प्रदेश में हर पांच साल में सत्ता दूसरी पार्टी के पास जाने के रिवाज को बदलने की चुनौती है.
भूपेश बघेल, कांग्रेस (छत्तीसगढ़)
काका के नाम से मशहूर भूपेश बघेल पाटन से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने पार्टी को फिर सत्ता में लाने की चुनौती है.
जोरमथांगा(मिजोरम)
मिजो नेशनल फ्रंट के मुखिया जोरमथंगा राजधानी आइजोल पूर्व-1 सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
के. चंद्रशेखर राव, बीआरएस (तेलंगाना)
तेलंगाना गठन के बाद से राव ही राज्य के मुख्यमंत्री हैं. वह इस बार कामारेड्डी और गजवेल सीट से किस्मत आजमा रहे हैं.
तेलंगाना में पिछली बार से 10 फीसदी कम मतदान
तेलंगाना में 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए गुरुवार को हुए चुनाव में अनुमानित 63.94 प्रतिशत मतदान हुआ. 2018 के चुनावों में हुए 73.7 प्रतिशत मतदान से यह काफी कम है.
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार, मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ और उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित 13 निर्वाचन क्षेत्रों में यह शाम चार बजे समाप्त हो गया, जबकि अन्य क्षेत्रों में यह प्रक्रिया शाम पांच बजे समाप्त हुई.
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री पुत्र के. टी. रामाराव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा सदस्यों- बंडी संजय कुमार तथा डी. अरविंद समेत करीब 2,290 उम्मीदवार मैदान में हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने बताया कि एक या दो जगहों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा. टीवी चैनल पर प्रसारित दृश्यों में बीआरएस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कुछ मतदान केंद्रों पर उलझते हुए देखा गया. बाद में पुलिस ने उन्हें तितर-बितर किया. मुख्यमंत्री राव और उनकी पत्नी के. शोभा ने सिद्दीपेट में चिनरामाडाका गांव में वोट डाला. चिरंजीवी, वेंकटेश और अल्लू अर्जुन सहित कई फिल्मी हस्तियों ने भी सुबह मतदान किया