
नई दिल्ली . भाजपा नेतृत्व राजस्थान में बड़ी जीत की तैयारी के लिए राज्य के सभी दो सौ विधानसभा क्षेत्रों में अपने नेताओं के प्रवास की योजना पर काम कर रहा है. सभी क्षेत्रों का फीडबैक लेने के बाद निर्णय लिया जाएगा.
भाजपा नेतृत्व इसके तहत राजस्थान के पड़ोसी राज्यों गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लगभग दो सौ प्रमुख नेता जिनमें अधिकांश विधायक रहेंगे, सभी सीटों पर एक सप्ताह तक प्रवास करेंगे. इनसे मिलने वाला फीडबैक उम्मीदवार तय करने में अहम भूमिका निभाएगा.
राजस्थान में भाजपा के लिए स्थितियां काफी अनुकूल हैं और पार्टी ने चुनाव से पांच महीने पहले ही नहीं सहेगा राजस्थान अभियान के जरिए वहां पर अपने कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से चुनावी मोड में ला दिया है. आम तौर पर ऐसे बड़े अभियान चुनाव से लगभग दो महीने पहले शुरू किए जाते हैं, ताकि उसकी गरमाहट बनी रहे, लेकिन राजस्थान के लिए भाजपा की रणनीति लंबी है. पार्टी ने हाल में जयपुर में बड़ा प्रदर्शन किया था और अब अगले माह से राज्य में परिवर्तन यात्राओं की शुरुआत की जानी है.
योजना तैयार इस बीच पार्टी ने हर विधानसभा सीट का पूरा जायजा लेने की योजना भी तैयार की है. इसके तहत पार्टी के दूसरे राज्यों के प्रमुख नेता राज्य की हर विधानसभा सीट पर प्रवास कर वहां पर कार्यकर्ताओं, जिला, ब्लाक के पदाधिकारियों व मोर्चो के पदाधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे और पूरे क्षेत्र का व्यापक फीडबैक लेंगे. इसके बाद तैयार रिपोर्ट को केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखा जाएगा.
एक महीने में पूरा होगा यह काम
इस काम के लिए पार्टी ने राजस्थान के पड़ोसी राज्यों के नेताओं को भेजने का फैसला किया है. यह काम एक महीने में पूरा होगा. इसके तहत हर नेता हर क्षेत्र में एक सप्ताह का प्रवास करेगा. यह कवायद पार्टी के अन्य कार्यक्रमों से अलग होगी.