
न्यूज़ डेस्क : जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। आपको बता दे की बिहार में हुई जाति आधारित गणना की रिपोर्ट सोमवार अक्टूबर को जारी कर दी गई. गांधी जयंती के मौके पर बिहार सरकार ने आंकड़े जारी किए है। जानकारी के मुताबिक जातीय जनगणना का आंकड़ा काफी हद तक अनुमान के अनुसार ही आया है। इस गणना के मुताबिक बिहार में हिंदुओं की सर्वाधिक आबादी है। ये आबादी 81.9986 फीसदी है।प्रदेश में पिछड़ा वर्ग 27.13% है। अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01% और सामान्य वर्ग 15.52% है। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है। सबसे रोचक आंकड़ा यह है कि बिहार में सामान्य वर्ग के लोगों की जितनी संख्या है, राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की जाति के लोगों की संख्या लगभग उतनी ही है। बिहार सरकार की ओर से राज्य में जातियों की संख्या और उनकी आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए जाति जनगणना कराई गई है। सरकार का कहना है कि इससे आरक्षण के लिए प्रावधान करने और विभिन्न योजनाओं के समुचित क्रियान्वयन में मदद मिलेगी।
जानिए, बिहार में किस धर्म की कितनी आबादी है
- हिन्दू- 81.99% (10,71,92,958)
- मुस्लिम- 17.70% (2,31,49,925)
- ईसाई- 0.05% (75,238)
- सिख- 0.011% (14,753)
- बौद्ध आबादी 0.0851% (1,11,201)
- जैन- 0.0096%(12,523)
- अन्य धर्मों की आबादी 0.1274% (1,66,566)
- कोई धर्म नहीं मानने वाले- 0.0016% (2,146)
जानिए, बिहार में किस वर्ग के कितनी आबादी है
- अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी)- 36.1% (4,70,80,514)
- पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) 27.12%- (3,54,63,936)
- अनुसूचित जाति- 19.65% (2,56,89,820)
- अनुसूचित जनजाति – 1.68% (21,99,361)
- अनारक्षित (सामान्य वर्ग) 15.52% (2,02,91,679)