
नई दिल्ली :पंजाब और हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज 54वें दिन प्रवेश कर गया है। खबर है कि बीते शुक्रवार रात को डल्लेवाल को उल्टियां आने लगी थीं, और तब से उन्होंने महज 150-200 मिलीलीटर पानी ही पीया है। उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को लेकर अब दोनों किसान संगठनों में चिंता बढ़ गई है।
किसान नेताओं का एकता पर जोर
आज, 18 जनवरी को किसान संगठनों के बीच एकता पर जोर देते हुए तीन प्रमुख किसान संगठनों के नेताओं ने एकजुट होकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत अपनी अन्य मांगों के लिए एकजुट लड़ाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक और बैठक का आयोजन करने का फैसला लिया है।
13 जनवरी की बैठक और संयुक्त आंदोलन की योजना
13 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेताओं ने पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे दो प्रमुख किसान संगठनों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में केंद्र सरकार पर दबाव डालने के लिए संयुक्त आंदोलन की रणनीति बनाई गई। किसान नेताओं का कहना है कि, उनकी लड़ाई तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक जनता का समर्थन नहीं मिलेगा।
कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष
संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने 2020 में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ ऐतिहासिक आंदोलन का नेतृत्व किया था। इसके परिणामस्वरूप सरकार को ये कानून निरस्त करने पड़े। हालांकि, वर्तमान में SKM (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) इस आंदोलन का हिस्सा नहीं हैं।
डल्लेवाल का स्वास्थ्य और उसकी स्थिति
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो पिछले डेढ़ महीने से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं, अब अपने बिगड़ते स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंता का कारण बन गए हैं। डल्लेवाल ने लंबे समय से चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर रखा है, जिससे उनकी स्थिति और भी खराब हो गई है।