प्रज्ञाननंदा-कार्लसन में फाइनल की पहली बाजी ड्रॉ

बाकू (अजरबैजान). भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञाननंदा ने मंगलवार को फिडे विश्व कप शतरंज टूर्नामेंट के फाइनल की पहली क्लासिकल बाजी में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को बराबरी पर रोका. 18 साल के ग्रैंडमास्टर ने अपने से अधिक अनुभवी और बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ी के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन किया.
35 चाल में बाजी ड्रॉ उन्होंने सफेद मोहरों से खेलते हुए विरोधी खिलाड़ी को 35 चाल के बाद ड्रॉ के लिए राजी किया. बुधवार को दो क्लासिकल मैच के मुकाबले की दूसरी बाजी में कार्लसन सफेद मोहरों से शुरुआत करेंगे और फायदे की स्थिति में रहेंगे. प्रज्ञाननंदा ने कहा, मुझे नहीं लगता कि मैं किसी परेशानी में था. मुझे लगा कि आरबी आठ चाल में मुझे कुछ करना चाहिए था. लेकिन मैं अच्छी स्थिति में था और किसी जोखिम से बचना चाहता था. यह एक संघर्षपूर्ण मुकाबला (दूसरी बाजी) होगा. वह निश्चित रूप से बहुत कड़ी मेहनत करेंगे. मैं आराम करने और तरोताजा होने की कोशिश करूंगा.
कैंडिडेट्स टूर्नामेंट का टिकट कटा चुके प्रज्ञानानंदा ने सेमीफाइनल में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारुआना को 3.5-2.5 से हराकर उलटफेर करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी. वह 2024 में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई कर चुके हैं. वह दिग्गज विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व कप फाइनल में जगह बनाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं.