बड़ी खबरें

उड्डयन मंत्रालय ने हेलीकॉप्टर आपात चिकित्सा सेवा की योजना बनाई

नई दिल्ली, 27 अगस्त  केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने जरूरतमंद नागरिकों को त्वरित उपचार प्रदान करने के लिए एक हेलीकॉप्टर आपातकालीन चिकित्सा सेवा (ईएमएस) विकसित करने की योजना बनाई है. मंत्रालय का मानना है कि ईएमएस की भूमिका में हेलीकॉप्टर एक महत्वपूर्ण सेवा प्रदान कर सकते हैं जो ‘सुनहरे घंटे’ के भीतर आपातकालीन देखभाल को शीघ्रता से वितरित कर सकते हैं.

ईएमएस की भाषा में गोल्डन आवर वह समयावधि है, जब जान को खतरे वाला दिल का दौरा पड़ने के एक घंटे के भीतर उचित देखभाल कर मरीज की जान बचाई जा सकती है.

मंत्रालय ने ईएमएस की भूमिका में हेलीकॉप्टर तेजी से चिकित्सा पहुंच को बढ़ाकर क्षमता का विस्तार कर सकते हैं. बाद में भूमि आधारित एम्बुलेंस को बढ़ाने के लिए एक बड़े नेटवर्क को शामिल करने की कल्पना की गई, ताकि ट्रॉमा केयर सेवाओं की पहुंच को व्यापक जनसंख्या आधार तक बढ़ाया जा सके.

मंत्रालय ने कहा कि यह व्यवहार्यता, लाभ और जोखिम का पता लगाने के लिए ईएमएस भूमिका में हेलीकॉप्टरों के उपयोग की एक पायलट परियोजना लागू करने का इरादा रखता है, ताकि बड़े संसाधनों से पहले अपनाए जा सकने वाले दृष्टिकोण को परिभाषित किया जा सके.

aamaadmi.in

बयान में कहा गया, “एमओसीए ने एयर ऑपरेटरों से रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) लेने का प्रस्ताव किया है, जो एम्स ऋषिकेश में एक हेलीपैड के आधार पर छह महीने की अवधि के लिए ईएमएस क्षमता के साथ एक एयर एम्बुलेंस भूमिका में एक सिंगल-इंजन या ट्विन-इंजन हेलीकॉप्टर की पेशकश कर सकते हैं.”

दस्तावेज के अनुसार, परियोजना छह महीने की अवधि के लिए एम्स ऋषिकेश में स्थित होगी जिसे आपसी सहमति के आधार पर बढ़ाया जा सकता है.

हवाई संचालन डीजीसीए नियमों द्वारा शासित होंगे और एयर एम्बुलेंस संचालन के लिए सीएआर सेक्शन 8 सीरीज एस पार्ट 7 – एयरोमेडिकल ट्रांसपोर्टेशन (एएमटी) की मदद ली जाएगी.

सेवा में एक एकल इंजन वाला हेलीकॉप्टर होगा, जिसमें स्ट्रेचर पर एक मरीज को ले जाने की क्षमता होगी, केबिन के अंदर एक चिकित्सा कर्मी और जरूरत के मुताबिक कैरी-ऑन चिकित्सा उपकरणों के साथ एक पायलट होगा. हेलीकॉप्टर 300 किमी की दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम होना चाहिए.

चूंकि संचालन के क्षेत्र में पहाड़ी इलाके शामिल हैं, इसलिए एयर ऑपरेटर को संचालन के लिए प्रशिक्षित चालक दल प्रदान करने में सक्षम होना चाहिए.

परियोजना की अवधि के लिए हेलीकॉप्टर एम्स ऋषिकेश हेलीपैड पर आधारित होगा और एयर ऑपरेटर को आवश्यक रसद के लिए प्रावधान करना चाहिए.

यह 20 मिनट के प्रतिक्रिया समय के साथ सूर्योदय से सूर्यास्त तक रोजाना स्टैंड बाय सर्विस पर रहेगा.

हेलीकॉप्टर उपयोग के न्यूनतम सुनिश्चित घंटे प्रति माह 45 घंटे होंगे.

join whatsapp channel

delhi news today | cm delhi news | aap party delhi news | bjp party delhi news | congress party delhi news | air quality index delhi news | ani delhi news | ians delhi news today | PTI delhi news | delhi news crime | arvind kejariwal news | delhi news english | chhattisgarh news today | chhattisgarh news accident | chhattisgarh news aaj ki taaja khabar | aaj ka chhattisgarh news | aaj ki chhattisgarh news | bjp party chhattisgarh news | chhattisgarh news raipur | vishnudev say news chhattisgarh | chhattisgarh news channel samachar | छत्तीसगढ़ न्यूज़ चैनल | cg chhattisgarh news | congress chhattisgarh news | daily chhattisgarh news | dpr chhattisgarh news | digital chhattisgarh news | chhattisgarh news english | chhattisgarh news epaper | chhattisgarh news election | chhattisgarh news ed


aamaadmi.in अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरें

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. aamaadmi.in पर विस्तार से पढ़ें aamaadmi patrika की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
महापुरुषों के प्रेरक विचार अश्लील टिप्पणी कर बुरे फंसे रणबीर इलाहबादिया, मांगी माफी AAP की हार पर,अन्ना हजारे हुए भावुक परीक्षा में अच्छे अंक कैसे लाएं? 6 आसान टिप्स