
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस्तीफा देना आवश्यक था. महागठबंधन में सब ठीक नहीं चल रहा था. उन्होंने बिहार के हित में फैसला लिया है. पहले जहां थे, वहां फिर आ गए. भाजपा के साथ पहले भी काम किया है. बिहार के विकास के लिए आगे भी काम करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि नया गठबंधन बना है, अब कहीं और जाने का सवाल ही नहीं है.
नीतीश रविवार को शपथ लेने के बाद राजभवन के सामने पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शीघ्र मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. और लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा. अभी उनके साथ सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा दो उपमुख्यमंत्री होंगे. इसके अलावा छह मंत्रियों ने भी शपथ ली. इसके पहले उन्होंने सुबह में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि उनका महागठबंधन में सरकार चलाने में मुश्किलें आ रही थी.
डेढ़ साल से महागठबंधन की सरकार चल रही थी. लेकिन, कुछ ठीक नहीं था. इसीलिए अलग होना पड़ा. उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी से विमर्श के बाद उन्होंने यह फैसला लिया है. चारों तरफ से राय आ रही थी. सबकी सुनने के बाद ही यह कदम उठाया है. इससे पहले मुख्यमंत्री रविवार सुबह 11 बजे राजभवन पहुंचे और राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपा.