नई दिल्ली। कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर बीते कई दिनों से पार्टी में मंथन जारी है. आज नामांकन का आखिरी दिन है. अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने के बाद अब शशि थरूर, मल्लिकार्जुन खड़गे और दिग्विजय सिंह का नाम आ गया है. शशि थरूर और दिग्विजय सिंह आज अपना नामांकन करेंगे. जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन पर अभी भी कुछ संदेह है. साथ ही सवाल ये भी है कि इस पद को लेकर राजस्थान में शुरू हुआ सियासी संकट क्या खत्म हो जाएगा ?
देश की सबसे पुरानी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा. ये सवाल कांग्रेस के लिए हर बीतते दिन के साथ और पेचीदा होता चला जा रहा है. पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे चल रहा था. लेकिन राजस्थान में ऐसा सियासी तूफान आया कि उनका नाम ही रेस से बाहर करना पड़ा. गहलोत के रेस से बाहर होने के बाद नए नामों पर चर्चा तेज हो गई है.
देर रात सोनिया के घर हुई बैठक
गुरुवार देर रात पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर अहम बैठक हुई, जिसमें प्रियंका गांधी, सचिन पायलट और केसी वेणुगोपाल समेत कई सीनियर नेता शामिल हुए. जबकि राहुल गांधी और गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जुड़े. इस बैठक के बाद आज शशि थरूर और दिग्विजय सिंह अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन करेंगे. खबर है कि मल्लिकार्जुन खड़गे भी नामांकन भर कर सकते हैं.
जी-23 ने भी की मीटिंग
एक ओर सोनिया गांधी के आवास पर ये अहम बैठक चल रही थी तो दूसरी ओर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के घर पार्टी के जी-23 नेता जमा हुए थे. यहां भी पार्टी के सीनियर नेता कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर गंभीर चर्चा कर रहे थे.
हालांकि अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर राजस्थान में जो सियासी संकट आया है, उसे लेकर भी पार्टी की चिंता बढ़ी हुई है. पहले सीएम गहलोत के रेस में शामिल होने के साथ ही सचिन पायलट का सीएम बनना तय माना जा रहा था. लेकिन ऐन वक्त पर विधायकों की बगावत के कारण सीएम गहलोत अध्यक्ष की रेस से और सचिन पायलट सीएम की रेस से बाहर हो गए. लेकिन अब भी ऐसा लग रहा है कि सीएम गहलोत के रेस से बाहर होने के बाद भी राजस्थान में सियासी संकट की पिक्चर अभी बाकी है.
सामने आई कांग्रेस की अंदरूनी कलह
22 साल बाद कांग्रेस ने तय किया था कि पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का होगा और इसके लिए तैयारियां भी ज़ोरों पर थी. लेकिन कांग्रेस के लिए सब कुछ ठीक नहीं रहा. गहलोत को अध्यक्ष बनाने की बात हुई तो राजस्थान में पार्टी की अंदरूनी कलह खुल कर सामने आ गई. वहीं जी-23 की अलग बैठक होना ये बता रहा है कि अध्यक्ष पद की रेस आसान नहीं होगी. अब नामांकन के आखिरी दिन कौन-कौन पर्चा भरता है देखना दिलचस्प होगा.