
कांग्रेस अध्यक्ष पद का कमान संभालने के साथ ही मल्लिकार्जुन खरगे एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने आज बुधवार सीडब्ल्यूसी (CWC) की जगह स्टीयरिंग कमेटी का ऐलान किया है. इस कमेटी में 47 सदस्य होंगे. पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी समेत कांग्रेस कार्य समिति (CWC-Congress Working Committee) के तकरीबन सभी सदस्यों को स्टीयरिंग कमेटी में शामिल किया गया है. कांग्रेस के फैसले लेने वाली कमेटी CWC में 23 सदस्य थे. खरगे के कार्यभार संभालने से पहले परंपरा के मुताबिक, कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के सभी सदस्यों, पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले प्राधिकरण, एआईसीसी महासचिव और प्रभारी ने अपना इस्तीफा दे दिया था. परंपरा के मुताबिक, नए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के बाद सीडब्ल्यूसी भंग कर दी जाती है और पार्टी के कामकाज के संचालन के लिए सीडब्ल्यूसी की जगह स्टीयरिंग कमेटी बनाई जाती है. यह कमिटी नई सीडब्ल्यूसी बनने तक काम करेगी.
मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का औपचारिक रूप से कार्यभार संभाल लिया और कहा कि पार्टी मौजूदा सरकार की झूठ एवं नफरत की व्यवस्था को ध्वस्त करेगी. इस मौके पर उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए राहुल गांधी के नारे ‘डरो मत’ को उद्धृत किया. खरगे ने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपने पहले भाषण में कहा था कि बाबा साहब (बी.आर. अंबेडकर) के संविधान को संघ के संविधान से बदलने की कोशिश की जा रही है और कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी.
उन्होंने आरोप लगाया कि नया भारत रोजगार विहीन है, गरीबी और किसानों को पहियों के नीचे कुचला जा रहा है. सरकार की कोशिश देश को विपक्ष रहित बनाना है, लेकिन कांग्रेस जनता के लिए सरकार से लड़ेगी. बता दें कि 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता कांग्रेस का अध्यक्ष बना है.