
जयपुर। कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष पद चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. इसे लेकर पार्टी के भीतर ही हलचल तेज है. देर रात राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने विधायकों के साथ बैठक की. इसमें उन्होंने विधायकों को साथ संकेत दे दिया कि पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को मनाने की पूरी कोशिश की जाएगी. अगर वह अध्यक्ष पद के लिए नामांकन नहीं करते हैं तो वह खुद इस पद के लिए नामांकन करेंगे. बता दें कि अशोक गहलोत आज यानी बुधवार को ही दिल्ली आ रहे हैं. यहां वह सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे.
विधायकों से बोले-आपको दूंगा तकलीफ
अशोक गहलोत ने विधायकों के साथ बैठक में कहा कि वह राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें मनाने के प्रयास करेंगे. राहुल गांधी अगर नहीं मानते हैं तो कांग्रेस हाईकमान का जो भी आदेश होगा उसके लिए आपको तकलीफ दूंगा. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अबतक शशि थरूर और अशोक गहलोत का नाम सामने है. एक तरफ शशि थरूर को उनके संसदीय क्षेत्र वाले राज्य केरल से भी सपोर्ट मिलता नहीं दिख रहा है, वहीं दूसरी तरफ अशोक गहलोत चुनाव की तैयारियों में जुटे दिख रहे हैं.
राहुल गांधी के पोस्ट दिग्विजय सिंह ने दी सफाई
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अभी तो नामांकन का समय बाकी है. ऐसे में देखना है कि कौन-कौन चुनाव लड़ता है. उन्होंने राहुल गांधी के फेसबुक पोस्ट पर भी सफाई दी. राहुल गांधी ने एक पोस्ट किया था जिसमें लिखा था कि ‘जब नाव बीच मंझधार में फंस जाए, तब पतवार अपने हाथ में लेनी ही पड़ती है. ना रुकेंगे, ना झुकेंगे, भारत जोड़ेंगे’. इसका अर्थ निकाला जा रहा था कि राहुल गांधी फिर से कांग्रेस अध्यक्ष के लिए अपनी दावेदारी ठोक सकते हैं. इस पोस्ट पर दिग्विजय सिंह ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि पतवार रखने का मतलब यह नहीं है कि पार्टी की पतवार अपने पास रखें. दिग्विजय आगे बोले कि महात्मा गांधी क्या कोई पद पर रहे? पूरे देश को उन्होंने एक दिशा दी, उसको सभी ने स्वीकार किया. इसी तरह धीरे-धीरे राहुल गांधी को पद की आवश्यकता नहीं होगी.