
कर्नाटक में सत्ता में आने पर बजरंग दल पर बैन लगाने की बात करने वाले कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर राज्य में घमासान मचा हुआ है. अब बजरंग दल की चंडीगढ़ इकाई ने इस मामले में कांग्रेस को मानहानि का नोटिस भेजा है. संगठन ने 100 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है.
बजरंग दल चंडीगढ़ ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे गए नोटिस में कहा कि कांग्रेस ने बजरंग दल के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया है. साथ ही इसकी तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से की है. विश्व हिंदू परिषद ने भी इस नोटिस पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि कांग्रेस पार्टी को “विश्व स्तर पर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने” की कीमत चुकानी होगी.
खरगे ने लगाया ‘बजरंग बली’ का नारा
कर्नाटक में चुनाव को लेकर सियासी माहौल चरम पर है. अभी तक तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही जय बजरंग बली के नारे के साथ भाषण की शुरुआत और अंत कर रहे थे अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी ‘जय बजरंग बली’ का नारा लगाने और लगवाने लगे हैं.
कांग्रेस की प्रतिक्रिया का इंतजार बाकी
हालांकि इस संबंध में भेजे गए प्रश्नों पर कांग्रेस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने चुनावी घोषणापत्र में कांग्रेस ने कहा कि वह जाति और धर्म के नाम पर समुदायों में नफरत फैलाने वाले व्यक्तियों और संगठनों जैसे बजरंग दल और ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) के खिलाफ ठोस और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. कांग्रेस ने वादा किया कि कार्रवाई में ऐसे संगठनों के खिलाफ ‘प्रतिबंध’ शामिल होगा.
खरगे का बयान
इस बीच मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि ‘बजरंगबली और बजरंग दल को समान बताना गलत है, मैंने कई हनुमान मंदिर बनवाए. मेरा नारा जय बजरंग बली, तोड़ भ्रष्टाचार की नली.’ खरगे ने अपने बयान में ये भी कहा कि बस चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने और उसे पॉलिटिकली डैमेज करने की कोशिश की जा रही हैं.