बेंगलुरु. 2023 में होने जा रहे कर्नाटक विधानस चुनाव (Karnataka Assembly Elections 2023) को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. कर्नाटक बीजेपी इकाई ने राज्य विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के मकसद से रणनीति पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को अपना विचार-मंथन सत्र शुरू किया.
पार्टी सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, बीजेपी की कर्नाटक इकाई के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, राज्य पार्टी अध्यक्ष नलिन कुमार कतील, कर्नाटक के मंत्री और पार्टी के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी बेंगलुरु के देवनहल्ली के एक निजी रिजॉर्ट में दिन भर चलने वाली विचार-मंथन बैठक में भाग ले रहे हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, जगदीश शेट्टार और डीवी सदानंद गौड़ा भी पार्टी के मंथन सत्र में भाग ले रहे हैं.
10 महीने बाद होने वाले हैं चुनाव
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘बैठक में पार्टी के लगभग 50 वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं. इसका उद्देश्य पार्टी के आधार को मजबूत करना और आगामी चुनाव जीतने के लिए रणनीति तैयार करना है, जो मुश्किल से 10 महीने बाद होने वाला है.’ पार्टी पदाधिकारी के अनुसार, पार्टी और राज्य सरकार के बीच बेहतर समन्वय पर चर्चा होगी, ताकि संगठन के कार्यकर्ता सरकारी कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर ले जाने और लाभार्थियों तक पहुंचने में उनकी मदद कर सकें.
कर्नाटक में वर्तमान में 29 मंत्री
साथ ही मंत्रियों और विधायकों से कहा जाएगा कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनौतियों को समझने का समय दें, यदि कोई शिकायत हो तो उनका समाधान करें और बूथ स्तर पर काम करने के लिए उनके साथ समन्वय करें. विचार-मंथन का उद्देश्य कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं और विधायकों के बीच असंतोष से निपटना भी है. कुछ विधायक कैबिनेट पदों के लंबे समय से खाली रहने के बावजूद उन्हें मंत्री नहीं बनाए जाने पर कई बार नाराजगी जता चुके हैं. राज्य में मंत्रिपदों की स्वीकृत संख्या 34 है लेकिन वर्तमान में 29 मंत्री हैं और पांच पद रिक्त हैं.