
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंक फैला रहे पाकिस्तान से संचालित 14 मैसेंजर ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इनका इस्तेमाल आतंकवादी समूहों की ओर से किया जा रहा था. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने खुफिया ब्यूरो से मिले इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया है.
सूत्रों ने बताया, इन ऐप का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और उनके मददगारों की ओर से भारत विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था. वे इनके जरिये पाक से सूचनाएं प्राप्त कर रहे थे. इनमें से अधिकांश ऐप से उपयोगकर्ताओं की जानकारी निकालना लगभग मुश्किल था.
इन ऐप पर लगाया गया प्रतिबंध सरकार ने जिन मैसेंजर ऐप पर रोक लगाई गई है उनमें बीचैट, क्रायपवाइजर, एनिग्मा, सेफस्विस, विकरमे, मीडियाफायर, ब्रायर, नैंडबॉक्स, कॉनियन, आईएमओ, एलिमेंट, सेकेंड लाइन, जांगी, थ्रेमा शामिल हैं. इससे पहले सरकार ने पाकिस्तान से संचालित कई सोशल मीडिया अकाउंट पर भी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंध लगाया था.
व्हाट्सऐप ने मार्च में 47 लाख खाते बंद किए
मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप ने इस साल मार्च में 47 लाख से अधिक खाते बंद किए. कंपनी ने कहा कि शिकायत अपीलीय समिति की ओर से मिले आदेशों पर ये कार्रवाई की गई. कंपनी ने यूजर-सेफ्टी रिपोर्ट में कहा, इससे पहले फरवरी में 45 लाख, जनवरी में 29 लाख और पिछले साल दिसंबर में 36 लाख व नवंबर में 37 लाख खाते बंद किए गए थे. ये सभी खाते नीतियों का उल्लंघन करते पाए गए. कंपनी ने समिति से प्राप्त सभी तीन आदेशों का अनुपालन किया है. ये समिति उपयोगकर्ताओं की ओर से मिली शिकायतों पर कार्रवाई के आदेश देती है.
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा थे पाकिस्तानी ऐप
अधिकारी के अनुसार, इसके बाद घाटी में सक्रिय अन्य खुफिया एजेंसियों की मदद से ऐसे ऐप्स की सूची तैयार की गई, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं और भारतीय कानूनों का पालन नहीं करते हैं. सूची तैयार होने के बाद संबंधित मंत्रालय को इन मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगाने के अनुरोध से अवगत कराया गया. अधिकारी ने कहा कि इन ऐप्स को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 69ए के तहत ब्लॉक किया गया है.
इन ऐप पर लगा प्रतिबंध
सूत्रों ने कहा कि इन ऐप में क्रायपवाइजर, एनिग्मा, सेफस्विस, विकरमे, मीडियाफायर, ब्रायर, बीचैट, नंदबॉक्स, कॉनियन, आईएमओ, एलिमेंट, सेकेंड लाइन, जांगी, थ्रेमा आदि शामिल हैं.