राष्ट्रमंडल गेम्स 2022 की स्वर्ण पदक विजेता श्रीजा अकुला ने पीएम मोदी से मुलाकात को कभी न भूलने वाला क्षण बताया
नई दिल्ली, 16 अगस्त बमिर्ंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मिक्स्ड-डबल्स टेबल टेनिस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली श्रीजा अकुला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात को कभी न भूलने वाला क्षण बताया.
नई दिल्ली में भव्य कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए, श्रीजा ने इसे एक ऐसा क्षण बताया जिसे वह कभी नहीं भूल पाएंगी.
उन्होंने कहा, “माननीय पीएम मोदी से मिलना और उनके प्रेरक शब्द सुनना मेरे लिए सम्मान की बात थी. उनके द्वारा सम्मानित किया जाना एक ऐसा क्षण है जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगी . मैं इस तरह के गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभारी हूं और यह मुझे कड़ी मेहनत जारी रखने की प्रेरणा देता है.”
श्रीजा उन 31 एथलीटों में शामिल थीं, जिन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में पदक हासिल किए. सम्मान समारोह में प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि कैसे महिला एथलीटों द्वारा पदक जीतना लड़कियों को करियर विकल्प के रूप में खेलों को चुनने के लिए प्रेरित करता है.
पीएम मोदी ने कहा, “भारत की बेटियों ने हमें गौरवान्वित किया है. सभी महिला एथलीटों द्वारा जीते गए पदकों ने देशभर की लड़कियों को मुख्यधारा के खेलों में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है.”
24 वर्षीय श्रीजा ने अपने साथी शरत कमल के साथ राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता और कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में मिक्स्ड डबल्स में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी बने.
खेलों में श्रीजा के प्रदर्शन पर बधाई देते हुए, ड्रीम स्पोर्ट्स के सीओओ और सह-संस्थापक, भावित शेठ ने कहा, “हम अपने स्वयं के एथलीटों में से एक को राष्ट्र को गौरव दिलाते हुए देखकर खुश हैं. श्रीजा हमेशा एक समर्पित और ²ढ़निश्चयी युवा रही हैं और जब हमने पहली बार उनकी खोज की तो हमने उनकी अपार क्षमता को पहचाना. उनका करियर और उपलब्धि पथ अत्यंत उत्साहजनक रहा है. हम उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित किए जाने पर बधाई देते हैं और हम वास्तव में मानते हैं कि वह हर मान्यता की हकदार हैं.”
तेलंगाना की रहने वाली उभरती हुई स्टार एथलीट का भारत लौटने पर हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया. अब, श्रीजा अपने खेल में सुधार करना जारी रखना चाहती हैं और देश को और अधिक सम्मान दिलाने के लिए अधिक मेहनत करना चाहती हैं.
श्रीजा ने कहा, “मैं डीएसएफ का आभारी हूं कि उन्होंने मेरी यात्रा में मुझे जो समर्थन दिया, जिसने मुझे इतने बड़े मंच पर देश के लिए पदक जीतने के अपने सपनों को पूरा करने की अनुमति दी. डीएसएफ और लक्ष्य द्वारा मुझे प्रदान किए जा रहे सभी समर्थन के लिए आभारी हूं. आगामी प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए मैं जल्द ही प्रशिक्षण पर वापस आऊंगी और मैं देश को एक बार फिर गौरवान्वित करने के लिए तत्पर हूं.”