
Sparsh Hospital भिलाई। भिलाई रामनगर स्थित स्पर्श मल्टिस्पेलिटी हॉस्पिटल में फर्जी अफसर पहुंच गया। खुद को छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग अफसर बताने वाला यह अफसर यहां के एक डॉक्टर के चेंबर में पहुंचा और अस्पताल में गड़बड़ियां बताते हुए पांच लाख रुपए की डिमांड की।
Sparsh Hospital फर्जी हेल्थ अफसर ने डॉक्टर धमकी देते हुए कहा कि वह अस्पताल में ताला लगवा देगा। हालांकि डॉक्टरों ने यहां सूझबूझ दिखाई जिससे फर्जी अफसर को लगा कि वह फंस जाएगा और वहां से निकल गया।
इसके बाद अस्पताल के डायरेक्टर ने पुलिस से इसकी शिकायत की. डायरेक्टर संजय कुमार गोयल को 11 अक्टूबर को अपने आपको स्वास्थ्य विभाग का बड़ा अधिकारी बताते हुए आप की हॉस्पिटल की बहुत अधिक शिकायत है यह कहते हुए ईडी का हवाला देकर तथा जेल में सड़ा देने की धमकी देकर फिरौती मांगने वाले आरोपी संजीव एस जैन पिता पिता स्व. एस. एस.जैन उम्र 54 वर्ष, निवासी ममता नगर, गली नं. 5, रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी व हीरा मोती लाइन बसंतपुर राजनांदगांव निवासी को गिरफ्तार कर लिया. 12 अक्टूबर को स्पर्श अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी एवं डायरेक्टर के द्वारा इस घटना की की जानकारी थाना सुपेला में देते हुए लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
इस मामले में आरोपी के गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एसपी डॉ.अभिषेक पल्लव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव ने बताया कि गत 12 अक्टूबर को स्पर्श अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी एवं डायरेक्टर के द्वारा थाना सुपेला में लिखित रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है कि एक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा 11 अक्टूबर को स्पर्श अस्पताल में जबरदस्ती डायरेक्टर के चेम्बर में घुसकर डायरेक्टर के द्वारा आप जबरदस्ती हमारे चेम्बर में क्यों आये पूछने पर अपना एक आईडी कॉर्ड जिसमें छ.ग. सरकार का लोगो लगा था. दूर से दिखाकर तुरंत जेब में रख लिया अपने आपको स्वास्थ मंत्रालय का बड़ा अधिकारी बताकर तुम्हारे अस्पताल की बहुत शिकायते मिली है डायरेक्टर को उसके सोफे में रखा बैग को तुरंत हटाने धमकाते हुए तुम्हारे अस्पताल का लाईसेंस कैसिल करवाकर अस्पताल में ताला लगवाकर तुमको जीवन भर जेल में सड़वा दुंगा बोला तुम्हारे परिवार को भी मैं जानता हूं बोला.
इस पर स्पर्श अस्पताल के डायरेक्टर अचानक हुई इस घटना से सख्ते में आ गये और वह व्यक्ति बोला कि अगर इन सब समस्याओं से बचना है तो पांच लाख रूपये दो रकम कैसे और कहां दोगे मैं बताऊंगा बोला. प्रार्थी कि रिपोर्ट पर थाना सुपेला में अपराध धारा 452.384,388.417 भा.द.वि. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना दौरान आरोपी का पता तलाश किया गया आरोपी को जब यह पता चला कि उसके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ है तो अपनी स्थिति को लुकाने छुपाने के लिए अपने अड्डे बदलता रहा और अपना मोबाईल बंद कर दिया. हालांकि वो पुलिस से बच नहीं पाया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.