दिल्ली के फतेह नगर में एक कारोबारी ने पैसे न देने पर अपने बुजुर्ग मां-पिता पर सोते समय हथौड़े, स्क्रू ड्राइवर और चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिसमें पिता की मौत हो गई. घायल मां को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है.
प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने हत्या, हत्या का प्रयास के तहत केस दर्ज कर आरोपी 34 वर्षीय जसदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी की पत्नी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस उपायुक्त घनश्याम बंसल ने बताया कि 65 वर्षीय स्वर्णजीत सिंह अपने परिवार के साथ फतेह नगर में रहता थे. परिवार में पत्नी अजिंदर कौर और इकलौता बेटा जसदीप सिंह है. जसदीप सिंह की शादी हो चुकी है. पुलिस उपायुक्त के मुताबिक कि शुक्रवार सुबह करीब 5.30 बजे पड़ोसी ने पुलिस को वारदात की सूचना दी थी. पुलिस मौके पर पहुंची तो पड़ोसी ने बताया कि जसदीप ने शोर मचाया था कि उसके पिता और मां को किसी ने मार दिया है. शोर सुनकर वह उनके घर पहुंचे, जहां दोनों बुजुर्ग खून से लथपथ पड़े थे. दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां स्वर्णजीत सिंह को डॉक्टरों को मृत घोषित कर दिया.
कर्ज से परेशान चल रहा था जसदीप
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी जसदीप शेयर बाजार में पैसा निवेश करता है. पिछले दिनों उसका शेयर बाजार में 7 लाख रुपए से ज्यादा पैसा डूब गया और उस पर कर्जा चढ़ गया था. उसे कर्जा देने वाले परेशान कर रहे थे. जिसके चलते वह लंबे समय से अपने पिता से पैसे मांग रहा था. पैसे मांगने पर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था.
गुरुवार रात भी जसमीत ने अपने पिता से पैसे की मांग की थी. जिस पर दोनों के बीच विवाद हुआ था. विवाद के बाद सभी अपने कमरे में चले गए और देर रात आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया.
लूट की कहानी गढ़ने की थी तैयारी
पुलिस ने बताया कि जसदीप ने दोनों बुजुर्गो पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया. जिसके बाद आरोपी ने कमरे की अलमारी खोल कर उसका सारा सामान नीचे गिरा दिया. उसने गेट तोड़ने की कोशिश की. जिससे देखने में यह लगे कि किसी ने लूट के लिए मारा है. आरोपी ने खुद ही शोर मचाकर अपने पड़ोसियों को बुलाया था.
दो दर्जन से ज्यादा बार वार किए
पैसे न देने से गुस्साएं जसदीप ने अपने माता-पिता पर चाकू, हथौड़े व पेचकस लेकर उनके कमरे में गया था. जहां आरोपी ने दोनों पर चाकू, हथौड़े व पेचकस से दोनों पर दो दर्जन से ज्यादा बार वार किए. अंत में दोनों को मरा समझ, उसने वारदात में प्रयुक्त हथियार पास ही स्थित एक पार्क में फेंक दिया. हथियार फेंकने के बाद वह काफी देर तक वहां बैठा रहा और उसने पूरे घर को लूट की शक्ल देने की कोशिश शुरू कर दी.
बेटे स्वर्णजीत की मौत से सदमें में पिता
जसदीप द्वारा अपने माता-पिता से होने वाले आए दिन के झगड़े से उसके दादा भी नाराज रहते थे. स्वर्णजीत सिंह के पिता का कहना है कि जसदीप और स्वर्णजीत के बीच होने वाले झगड़े को देखकर उन्हें लगता था कि किसी दिन जसदीप गुस्से में आकर कुछ बड़ा न कर दे. इस वारदात के बाद स्वर्णजीत के पिता भी एकदम टूट चुके हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक बुजुर्ग की दशा समझी जा सकती है कि जिसने उम्र के इस दौर में अपने बेटे की मौत का सामना किया है.
पति-पत्नी के बयान से खुला मौत का राज
पुलिस ने शुरूआती जांच के लिए बुजुर्ग दंपति के बेटे जसदीप और उसकी पत्नी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. जिसके बाद दोनों के बयान दर्ज किए गए. दोनों के बयान में विरोधाभाष होने पर पुलिस को उनकी कहानी पर शक होने लगा. जिसके बाद पुलिस ने जसदीप से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पड़ोसियों ने बताया कि आरोपी जसदीप सिंह के पिता का टेंट का कारोबार था, जिसे वह खुद ही देखते थे. लेकिन कोरोना के बाद से उनका टेंट का काम बंद हो गया था.