दुनिया में टेक्नॉलोजी के क्षेत्र में नये-नये आयाम गढ़ रहा भारत एक और बड़ा कमाल करने जा रहा है. अहमदाबाद से मुंबई के लिए देश की पहली बुलेट ट्रेन का सपना साकार होने में एक दो वर्षों का समय और लगेगा. मगर इस ट्रेन के रास्ते में 21 किलोमीटर तक का समुद्र बाधा बन रहा है. हालांकि अब इंजीनियरों ने इसका तोड़ खोज लिया है. समुद्र के अंदर 21 किलोमीटर लंबी सुरंग बुलेट ट्रेन के लिए तैयार की जाएगी. उसके बाद देश की पहली बुलेट ट्रेन समुद्र के अंदर से होकर गुजरेगी. यह अपने आप में काफी कौतूहल भरा देश के लिए उपलब्धि भरा सफर होगा. भारतीय वैज्ञानिकों ने मुंबई के समुद्र में 21 किलोमीटर सुरंग बनाने की प्रक्रिया का खाका तैयार करना अभी से शुरू कर दिया है. इस सुरंग का सात किलोमीटर तक का हिस्सा बिल्कुल समुद्र के नीचे होगा. समुद्र के अंदर बनाई जाने वाली यह देश की पहली रेल सुरंग होगी.
भारतीय रेल मंत्रालय के मुताबिक यह सुरंग बांद्रा-कुर्ला और शिलफाटा के स्टेशनों के बीच बनाई जाएगी. हाई स्पीड रेल कोरिडोर योजना के तहत इस योजना को मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी है. इसे ट्यूबनुमा बनाया जाएगा. जो बेहद मजबूत और पारदर्शी होगी. यानि यात्री समुद्री सुरंग से गुजरते वक्त रोमांचक सफर का पूरा अनुभव कर सकेंगे. यह देश का सबसे रोमांचकारी सफर होगा. भारतीय इंजीनियरों समेत अन्य विदेशी इंजीनियरों की भी इस प्रोजेक्ट में मदद ली जा सकती है.
एक ही सुरंग में आने और आने का ट्रैक बनाया जाएगा. पैकेज के हिस्से के रूप में सुरंग के आसपास 37 स्थानों पर 39 उपकरण कमरों का भी निर्माण किया जाएगा. इस सुरंग के निर्माण के लिए 13.1 मीटर व्यास के कटर हेड वाले टीबीएम का इस्तेमाल किया जाएगा. आमतौर पर एमआरटीएस – मेट्रो प्रणाली में उपयोग की जाने वाली शहरी सुरंगों के लिए 5-6 मीटर व्यास कटर हेड का उपयोग किया जाता है.
सुरंग के लगभग 16 किमी हिस्से को बनाने के लिए तीन टनल बोरिंग मशीनों का उपयोग किया जाएगा और शेष 5 किमी न्यू ऑस्ट्रियाई टनलिंग विधि (एनएटीएम) के माध्यम से किया जाएगा. यह सुरंग जमीनी स्तर से लगभग 25 से 65 मीटर गहरी होगी और सबसे गहरा निर्माण बिंदु शिल्फाटा के पास पारसिक पहाड़ी से 114 मीटर नीचे होगा.
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किमी लम्बी भारत की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर रहा है, जिसका 352 किमी मार्ग गुजरात के नौ और महाराष्ट्र के तीन जिलों से होकर गुजरेगा. परियोजना का कार्य इन सभी आठ जिलों में शुरू हो चुका है. इस कोरिडोर में 12 स्टेशन बनाए जा रहे हैं. इस प्रोजेक्ट में 1.08 लाख करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है. बुलेट ट्रेन की स्पीड 320 किमी प्रति घंटे की होगी और इसका डिजाइन 350 किमी प्रति घंटे के अनुसार होगी. मुंबई से अहमदाबाद दो घंटे में बुलेट ट्रेन पहुंचेगी.