भारत आज श्रीलंका फतह करने उतरेगा

मुंबई . 12 बरस पहले इसी मैदान पर खिताब जीतकर एक अरब देशवासियों को अप्रैल में दीवाली मनाने का मौका देने वाली भारतीय टीम फिर आज उसी श्रीलंका से विश्व कप का लीग मैच खेलेगी. टीम इंडिया की नजर लगातार सातवीं जीत पर होगी. अगर भारत जीता तो सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन जाएगा.
फॉर्म में बड़ा फर्क हालांकि इस बार दोनो टीमों का मुकाबला निहायत ही बेमेल होगा. तीसरे खिताब की ओर बढ़ रही भारतीय टीम जबर्दस्त फॉर्म में है तो श्रीलंका हार दर हार से बेजार है. लगातार छह मैच जीत चुकी भारतीय टीम को सही मायने में अब तक कोई चुनौती नहीं मिली है.
भारत ने हर विभाग में एक चैंपियन की तरह प्रदर्शन किया है. मजबूत आत्मविश्वास का कारण यह भी है कि भारत ने कई मैचों में कठिन हालात से वापसी करके जीत दर्ज की है. मसलन चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच रन पर तीन विकेट गंवाना हो या इंग्लैंड के खिलाफ लखनऊ में नौ विकेट पर 229 रन के साधारण स्कोर के बावजूद जीत दर्ज करना हो. इसने विरोधी टीमों के लिए भी खतरे की घंटी बजा दी है कि रोहित की टीम का सामना करने के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.
चयन पर पसोपेश हार्दिक पांड्या की गैर मौजूदगी में मोहम्मद शमी को मौका दिया गया जिन्होंने दो मैचों में नौ विकेट लेकर चयनकर्ताओं के लिए सिरदर्द पैदा कर दिया है. कप्तान रोहित और कोच राहुल द्रविड़ को पता है कि शमी को बड़े मुकाबलों के लिए सुरक्षित रखना होगा. भारत की युवा ब्रिगेड प्रदर्शन जरूर चिंता का सबब है. शुभमान गिल और श्रेयस अय्यर अभी तक कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं.
घरेलू मैदान पर चुनौती अय्यर भी गेंदबाजों पर दबाव नहीं बना सके हैं. अय्यर ने छह मैचों में सिर्फ एक अर्धशतक बनाया है. कई मौकों पर वह फिनिशर की भूमिका निभाने में नाकाम रहे. अब घरेलू मैदान पर पिछली नाकामियों को भुलाकर उन्हें बेहतर प्रदर्शन करना होगा.
कोहली वानखेड़े में 300 रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज बनने से सिर्फ 31 रन दूर हैं. उन्होंने छह मैच में 53.80 की औसत से एक शतक से 269 रन बनाए हैं. सचिन (455 रन) और अजहर (302 रन) ही यहां पर तीन सौ या उससे अधिक रन बना पाए हैं.
इस स्टेडियम में चार बार 300 प्लस का स्कोर बना है. भारत एक बार भी तीन सौ पार नहीं कर सका. उसका सर्वोच्च स्कोर 1987 में श्रीलंका के खिलाफ 299/4 रन था. सबसे बड़ा स्कोर दक्षिण अफ्रीका (438/4, 2015 बनाम भारत) के नाम है.
भारत के हरफनमौला हार्दिक पांड्या 12 नवंबर को नीदरलैंड्स के खिलाफ आखिरी लीग मैच से पहले वापसी नहीं कर सकेंगे. उन्हें 19 अक्तूबर को बांग्लादेश के खिलाफ मैच में अपनी ही गेंदबाजी पर क्षेत्ररक्षण के दौरान चोट लगी थी.
12 साल बाद वानखेड़े में टकराएंगे
भारत और श्रीलंका की टीमें 12 साल बाद जबकि कुल चौथी बार वानखेड़े स्टेडियम में टकराएंगी. पिछली बार 2011 में विश्व कप में ही खेली थी. धौनी की 91 रन की नाबाद कप्तानी पारी से भारतीय टीम श्रीलंका को हरा दूसरी बार चैंपियन बनी थी. दोनों ने जो तीन मैच खेले हैं, उनमें भारत ने दो और श्रीलंका ने एक जीता है.