ताइपे. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी चीन की चेतावनी के बावजूद मंगलवार रात ताइवान पहुंचीं. अमेरिका के 24 आधुनिक लड़ाकू विमानों ने उनके विमान को घेरा बनाकर सुरक्षा दी. इस दौरे से बौखलाए चीन ने कहा कि अमेरिका आग से न खेले.
चीन दावा करता रहा है कि ताइवान उसका हिस्सा है. वह विदेशी अधिकारियों के ताइवान दौरे का विरोध करता है क्योंकि उसे लगता है कि यह द्वीपीय क्षेत्र को संप्रभु के रूप में मान्यता देने के समान है.
ताइपे हवाई अड्डे पर विदेश मंत्री जोसेफ वू और शीर्ष अमेरिकी प्रतिनिधि सैंड्रा ओडकिर्क ने पेलोसी का स्वागत किया. इसके बाद पेलोसी ने ट्वीट किया, ताइवान के 2.30 करोड़ लोगों के साथ अमेरिका की एकजुटता कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच एक विकल्प का सामना करती है. साथ ही कहा, उनकी यात्रा अमेरिका की पुरानी नीति के विपरीत नहीं है.
चीन ने गंभीर उल्लंघन बताया इस बीच, चीन के विदेश मंत्रालय ने नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा की कड़ी निंदा की है. साथ ही इसे एक-चीन सिद्धांत का गंभीर उल्लंघन बताया. मंत्रालय ने कहा कि चीन-अमेरिका संबंधों की राजनीतिक नींव पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा. रूस ने भी चीन के रुख का समर्थन करते हुए अमेरिका पर क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने का आरोप लगाया है.