दिल्ली. भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है. इस बीच चीन में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता चला है. बीते बुधवार को बीजिंग और शांक्सी प्रांत में ओमिक्रॉन (Omicron) के नए सब वेरिएंट से जुड़े मामलों का पता चला है. इसे देखते हुए चीन की राजधानी बीजिंग में नई कोरोना गाइडलाइंस (Covid Guidelines) बनाई गई है, जिसके तहत अब सार्वजनिक जगहों पर लोगों को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा.
कड़ी हो सकती हैं कोरोना पाबंदियां
सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट BA.5.2 का बीजिंग और उत्तर-पश्चिमी चीन के शांक्सी प्रांत में पता चला, जिससे उन क्षेत्रों में महामारी रोधी उपायों को मजबूत किया गया है. नए सब वेरिएंट का तब पता चला है, जब कोरोना प्रतिबंधों को कम करके और अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा की अनुमति देकर चीन अपनी कठोर शून्य कोविड नीति में ढील देने पर विचार कर रहा था. लेकिन अब फिर से चीन में कोरोना पाबंदियों में कड़ाई हो सकती है.
सार्वजनिक स्थानों पर दिखाना होगा वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट
गौरतलब है कि पिछले दिनों कोरोना मामलों में गिरावट होने के बाद चीन ने कोरोना पाबंदियों में ढिलाई करनी शुरू की थी. इससे पहले चीन में कड़ा लॉकडाउन लगाया गया था. लोगों को कई दिनों तक घरों में बंद रहना पड़ा था. लेकिन करोना कंट्रोल में आने पर कुछ मॉल और बाजार फिर खोल दिए गए. लेकिन अब फिर से पब्लिक प्लेस पर जाने के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना होगा.
भारत में 6 महीने बाद ले सकेंगे बूस्टर डोज
बता दें कि भारत में भी कोरोना मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है. इस बीच बुधवार को केंद्र सरकार ने कोविड के खिलाफ जारी वैक्सीनेशन अभियान को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है. केंद्र सरकार ने बूस्टर कोविड -19 खुराक के अंतराल को पहले के नौ महीनों से छह महीने तक कम कर दिया.