रोबोटिक्स की पढ़ाई कर देश में आतंकी हमले की साजिश रची

एनआईए ने देशभर में आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में कर्नाटक के नौ लोगों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. आरोप पत्र के अनुसार आईएस ने आरोपियों को आतंकी हमले करने के लिए रोबोटिक्स का कोर्स करने के निर्देश दिए थे.
आरोप पत्र में शामिल नौ में से पांच लोग तकनीकी पृष्ठभूमि के हैं. जांच एजेंसी ने बताया कि अहमद, सैयद, रीशान, थाजुद्दीन शेख, माजिद अब्दुल रहमान और नदीम अहमद केए ने मेकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. जांच से खुलासा हुआ है कि शरीक, मुनीर और यासिन ने इस्लामिक स्टेट के निर्देश पर आतंक के लिए विदेश स्थित आईएस सदस्यों की मिलीभगत से आपराधिक साजिश रची थी.
शुक्रवार को दाखिल आरोप पत्र में मोहम्मद शरीक, माज मुनीर अहमद, सैयद यासिन, रीशान थाजुद्दीन शेख, हुजैर फरहान बेग, माजिद अब्दुल रहमान, नदीम अहमद के ए, जीउल्लाह और नदीम फैजल एन नामजद हैं. सभी कर्नाटक के रहने वाले हैं, उन पर अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम, भादंसं तथा संपत्ति विध्वंस एवं नुकसान अधिनियम की संबंधित धाराएं लगाई गई हैं. अहमद और सैयद यासीन के खिलाफ मार्च में आरोप पत्र दाखिल किया गया था और उन्हें अब अन्य अपराधों में आरोपी बनाया गया है.
क्रिप्टोकरेंसी से आरोपियों तक पैसे पहुंचाए
यह मामला पिछले साल 19 नवंबर को शिवमोगा ग्रामीण पुलिस ने दर्ज किया था. बाद में एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली. जांच से पता चला कि शरीक, मुनीर और यासिन ने देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के मकसद से सह-आरोपियों को कट्टरपंथ की घुट्टी पिलाई और संगठन में भर्ती की. उसने बताया कि हैंडलर ने क्रिप्टोकरेंसी की मदद से आरोपियों तक पैसे पहुंचाए.