PM मोदी बुधवार को हिमाचल के विश्व प्रसिद्ध कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग लेने पहुंचे. इस दौरान मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर रघुनाथ जी के रथ तक पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया. रघुनाथ जी इस क्षेत्र के मुख्य देवता हैं और यहां के लोगों के लिए पूजनीय हैं. जैसे ही मोदी रथ पर आए, चारों ओर बड़ा उत्साह था. लगभग 400 वर्षों के इतिहास में, नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो इसमें शामिल हुए. पीएम मोदी ने करीब 300 देवी-देवताओं की मौजूदगी में कुल्लू घाटी के प्रमुख देवता भगवान रघुनाथ को नमन किया. वहीं इस दौरान सीएम ने उन्हें स्मृति चिन्ह भी दिया और अभिनंदन किया. पीएम के साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने भगवन रघुनाथ की रथयात्रा में शामिल होने के लिए प्रोटोकॉल भी तोड़ दिया. रथयात्रा के शुरू होते ही प्रधानमंत्री मोइड मंच से उतरकर सड़क पर जनता के बीच आ गए. पीएम मोदी ने भीड़ में चलकर रथ तक पहुंचे और भगवान रघुनाथ का आशीर्वाद लिया. पीएम मोदी ने भगवान का प्रसाद लिया साथ ही अपने सिर पर भगवान की चुनरी भी बांधी.
बता दें कि कुल्लू में आयोजित इस भव्य दशहरा उत्सव की शुरुआत आज से हो रही है, जो 11 अक्टूबर तक चलेगी. यह दशहरा महोत्सव का एक ऐतिहासिक है जो 372 साल पुराना है. 1660 में पहली बार इस ऐतिहासिक उत्सव का आयोजन हुआ था.इस महोत्सव में दशहरा में सैकड़ों देवी-देवता अपनी हाजिरी भगवान रघुनाथ के दरबार में भरते हैं.
हिमाचल दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो शूट किया और उसे अपने फेसबुक पेज से शेयर किया, जिसके बाद यह वीडियो वायरल हो गया. दरअसल, यह वीडियो हिमाचल में बिलासपुर से कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल होने के लिए रवाना होने के बाद पीएम मोदी ने अपने हेलिकॉप्टर से रिकॉर्ड किया था. इस वीडियो में पीएम मोदी ने कुल्लू की सुंदरता को कैद किया.
पीएम मोदी के हिमाचल आगमन पर राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बिलासपुर में आयोजित रैली में प्रधानमंत्री को एक पारंपरिक वाद्य यंत्र रणसिंघा भेंट किया. मोदी ने इसे फूंककर रणभेरी बजाई और बाद में कहा, यह भविष्य की प्रत्येक जीत की शुरुआत का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार न केवल शिलान्यास करती है, बल्कि विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करती है.
मोदी यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन करने के बाद लुहनू मैदान में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. इन संस्थानों की आधारशिला मोदी ने ही 2017 में रखी थी.
प्रधानमंत्री 24 सितंबर को राज्य के मंडी का दौरा करने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वह रैली स्थल पर नहीं जा सके. तब उन्होंने इसे डिजिटल माध्यम से संबोधित किया था. मोदी ने आज कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के उद्घाटन के साथ बिलासपुर को विकास का ‘दोहरा उपहार’ मिला है. उन्होंने कहा, मैं सौभाग्यशाली हूं कि हिमाचल प्रदेश की विकास यात्रा का हिस्सा रहा हूं.
उन्होंने कहा कि राज्य में विकास इसलिए संभव हुआ है, क्योंकि यहां के लोगों ने केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा के पक्ष में मतदान कर उसे जनादेश दिया. मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत जय माता नैना देवीजी के नारे से की. यह मंदिर बिलासपुर जिले में ही स्थित है. उन्होंने दशहरे की शुभकामनाएं भी दीं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ‘राष्ट्र रक्षा’ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और अब बिलासपुर में नए एम्स के साथ, यह ‘जीवन रक्षा’ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.