
तिरुवनंतपुरम . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केरल में कहा कि राज्यों के चहुंमुखी विकास से ही देश तेजी से आगे बढ़ेगा. केंद्र सरकार सहकारी संघवाद में विश्वास करती है, इसलिए राज्यों को हर तरह की मदद के लिए तैयार हैं. इसके बाद मोदी सिलवासा पहुंचे.
मेड इन इंडिया समाधान की कोशिश मोदी ने यहां सेंट्रल स्टेडियम में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान वह केरल का पारंपरिक परिधान कसावु मुंडु पहने हुए थे. उन्होंने कहा, पिछले नौ वर्ष में संपर्क के बुनियादी ढांचे के विकास पर तेजी से काम हुआ है. मोदी ने सेमी-हाईब्रिड ट्रेन, रीजनल रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम, रो-रो फेरी और रोप-वे का हवाला दिया और कहा कि ये स्थिति-विशिष्ट समाधान हैं, जो संपर्क से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भारत में ही बनाए गए. मोदी ने कहा, विकास का यही मॉडल सही है, जिसे पूरे देश में देखा जा सकता है. यह ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करता है.
पटरी पर नहीं अब पानी पर मेट्रो
कोच्चि: देश का पहला वाटर मेट्रो
पहला चरण व्यित्तला-कक्कनाडा के बीच
कोच्चि और पास के 10 द्वीपों को जोड़ेगी
हर 15 मिनट पर मिलेगी मेट्रो
कुल 78 इलेक्ट्रिक नौकाएं शामिल
पहले चरण में 23 नौका और 14 टर्मिनल
सोलर पैनल, बैटरी से चलेगी वाटर मेट्रो
प्रोजेक्ट पर 1,137 करोड़ की लागत
किफ़ायती यात्रा और समय की बचत
हाइकोर्ट-वाइपिन रूट: सिंगल जर्नी टिकट 20 रुपये का
व्यित्तला-कक्कनाडा रूट: सिंगल जर्नी टिकट 30 रुपये का
साप्ताहिक, मासिक, तीन महीने का पास भी उपलब्ध
कोच्चि वन ऐप के जरिए मोबाइल क्यूआर टिकट बुकिंग की सुविधा
पीएम मोदी ने कहा कि देश के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को आधुनिक बनाने की दिशा में हमने एक और प्रयास किया है.
विश्व में भारत की साख बढ़ी मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दुनिया में भारत की साख बढ़ी है. इसमें एक बड़ी भूमिका केंद्र के वैश्विक संपर्क कार्यक्रम की है. उन्होंने कहा, भारत पर दुनिया के विश्वास के पीछे कई कारण हैं. केंद्र में निर्णायक सरकार का होना, बुनियादी ढांचे में भारी निवेश, युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और व्यवसाय की सुगमता को लेकर प्रतिबद्धता इसमें शामिल है.
पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोला सिलवासा में नमो चिकित्सा शिक्षा एवं शोध संस्थान का शुभारंभ करते हुए मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोला. उन्होंने कहा, पहले जहां परियोजनाओं में देरी होती थी, वहीं उनकी सरकार ने नई कार्य संस्कृति की शुरुआत की. अब जिस कार्य की नींव रखी जाती है, उसे पूरा किया जाता है.