प्रधानमंत्री नरेन् द्र मोदी ने जुलाई में छह अरब यूपीआई लेन-देन की उपलब्धि की सराहना की है.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के एक ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा;
“यह एक उत्कृष्ट उपलब्धि है. यह नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने और अर्थव्यवस्था को स्वच्छ बनाने के लिए भारत के लोगों के सामूहिक संकल्प को इंगित करता है. कोविड-19 महामारी के दौरान डिजिटल भुगतान विशेष रूप से मददगार रहा.
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, यूपीआई ने जुलाई में 10.62 ट्रिलियन रुपये के 6.28 बिलियन लेनदेन की सूचना दी – जून की तुलना में 7 प्रतिशत की वृद्धि.
यूपीआई सुविधा को 11 अप्रैल, 2016 को भारतीय रिजर्व बैंक के तत्कालीन गवर्नर रघुराम राजन द्वारा शुरू किया गया था.
मनी-यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (BHIM-UPI) के लिए भारत इंटरफेस नागरिकों के पसंदीदा भुगतान मोड के रूप में उभरा है और 28 फरवरी, 2022 तक 8.27 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के साथ 452.75 करोड़ डिजिटल भुगतान लेनदेन का रिकॉर्ड हासिल किया है.
कोविड-19 महामारी ने स्थापित किया है कि डिजिटल भुगतान सोशल डिस्टेंसिंग के “नए सामान्य” के अनुरूप भीम-यूपीआई क्यूआर कोड जैसे संपर्क रहित भुगतान मोड के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच को सक्षम करता है.