पवार ने मराठा छत्रप शिवाजी का नाम लेते हुए कहा, “शिवाजी ने कहा था कि दिल्ली के गद्दी के आगे नही झुकेंगे. आज ऐसे ही माहौल में हम यहां जमा हुए हैं.” उन्होंने कहा कि पहले भी मराठा लोगो ने दिल्ली को चुनौती दी है , फिर देने को तैयार हैं.
पवार ने कहा, “श्रीलंका और पाकिस्तान में तानाशाही देखी. वहां लोकतंत्र चंद लोगो के हाथ में आ गई. हमारे देश मे 56 फीसदी कृषि पर आधारित है. हमे किसानों पर गर्व है. केंद्र के बनाये तीन कानून 15 मिनट में पारित हो गए लेकिन विरोध कर रहे किसान दिल्ली के सीमा पर एक साल तक बैठे रहे. पहले सरकार ने घ्यान नही दिया. किसानों को कुचल दिया लेकिन अंत में झुकना पड़ा.”
दिल्ली में आयोजित एनसीपी के आठवें राष्ट्रीय अधिवेशन में शरद पवार ने कहा कि ‘चीन की तुलना में हमारा बुनियादी ढांचा कमजोर है. शरद पवार ने कहा कि चीनी जासूसी जहाज श्रीलंका चला गया, लेकिन भारत सरकार ने कोई कदम नहीं उठाना चाहती है. सरकार की इस निष्क्रियता के खिलाफ सभी को मिलकर आवाज उठाने की आवश्यकता है. एनसीपी चीफ ने कहा कि ‘शिवाजी ने कहा था कि दिल्ली की गद्दी के आगे नहीं झुकेंगे‘ आज ऐसे ही माहौल में हम जमा हुए हैं.
बिलकिस बानो केस में दोषियों की रिहाई की आलोचना करते हुए शरद पवार ने कहा कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण मे महिलाओं के अधिकार के बारे में काफी अच्छे शब्द रखे थे, लेकिन दूसरे ही दिन भाजपा की गुजरात सरकार में बिलकिस बानो केस में दोषियों की सजा कम करने का काम किया गया.