नई दिल्ली. रेलवे ने सेमी हाईस्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस की तर्ज पर दिल्ली-एनसीआर तथा मुंबई क्षेत्र के बीच सुपरफास्ट मालगाड़ी चलाने का निर्णय किया है. इसके तहत वंदे भारत की बोगी (नीचे का ढांचा) पर पार्सल ट्रेनों का ढांचा खड़ा किया जाएगा. इसकी विशेषता यह होगी कि पार्सल ट्रेनें 180 किलोमीटर प्रतिघंटा (सेमी हाई स्पीड) से दौड़ेंगी और तय समय पर गंतव्य तक पहुंचेगी.
रेलवे बोर्ड ने 11 अक्तूबर को उत्तर रेलवे, उत्तर पश्चिम रेलवे, पश्चिम रेलवे के जोनल महाप्रबंधकों को पत्र लिखा है. पत्र के अनुसार, इसका नाम ‘फ्रेट ईएमयू’ होगा. इसमें बोर्ड ने जल्द खराब होने वाले और कीमती सामग्री को सेमी हाई स्पीड पार्सल ट्रेनों के जरिए ढुलाई के विकल्प खोजने के लिए कहा है, जोकि वर्तमान में सड़क-हवाई मार्गों से ढोया जा रहा है. शुरुआती चरण में दिल्ली-एनसीआर और मुंबई के बीच वंदे भारत की तर्ज पर सेमी हाई स्पीड पार्सल ट्रेनों को चलाया जाएगा. पार्सल ट्रेनें वंदे भारत की चेचिस पर बनाई जाएंगी. इसमें प्रत्येक तीसरे कोच में चार मोटर लगे होंगे जिससे ट्रेन तेज गति से रफ्तार पकड़ेगी और रुकेगी. इसमें इंजन नहीं होगा. इससे पार्सल ट्रेनों की औसत रफ्तार बेहतर होगी.
ट्रेन में डाक, पार्सल, ई-कॉमर्स वाले छोटे सामानों की ढुलाई 160 किलोमीटर की रफ्तार से होगी. कुछ कोच एसी होंगे जिसमें दूध, फल, सब्जी, मछली, मांस आदि जल्दी खराब होने वाले उत्पादों की ढुलाई की जाएगी. कुल 16 कोच वाली पार्सल ट्रेन में 264 टन माल ढोया जा सकेगा. इस गाड़ी में स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजों के साथ 1.8 मीटर चौड़े स्लाइडिंग गेट होंगे और बॉक्स कंटेनरों को आसानी से रखने निकालने के लिए रोलर वाले फर्श होंगे.