सितारगंज. उत्तराखंड सरकार में पशुपालन, दुग्ध एवं मत्स्य पालन, गन्ना विकास, प्रोटोकॉल, कौशल विकास, सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है. रविवार रात कैबिनेट मंत्री के सितारगंज प्रतिनिधि की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी हीरा सिंह समेत चार लोगों पर केस दर्ज कर लिया है. सौरभ बहुगुणा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगणा के बेटे हैं.
कैबिनेट मंत्री बहुगुणा बीती तीन अक्तूबर की शाम अपने विधानसभा क्षेत्र सितारगंज में विभिन्न कार्यक्रमों में भागीदारी कर रहे थे. बताया जा रहा है कि इसी दौरान मंत्री के एक शुभचिंतक ने उन्हें हत्या की साजिश रचे जाने की जानकारी दी थी. आठ अक्तूबर (शनिवार) को मंत्री बहुगुणा ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद हरकत में आए पुलिस अफसरों ने रातोंरात जांच शुरू कर कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि कैबिनेट मंत्री की हत्या की साजिश हल्द्वानी जेल में चार माह पूर्व रची गयी थी.
बताया जा रहा है कि सिडकुल में सरकारी जमीन कब्जाने के आरोपी हीरा सिंह निवासी कोटा फार्म सितारगंज पर केस दर्ज हुआ था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 13 अप्रैल को जेल भेज दिया था. हीरा अपनी गिरफ्तारी व खनन कारोबार बंद होने के लिए बहुगुणा को जिम्मेदार मानता था.
सितारगंज बाईपास कालोनी निवासी उमाशंकर द्विवेदी पुत्र मुन्नीलाल द्विवेदी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि ग्राम कोटाफार्म निवासी हीरा सिंह पुत्र चंबा राम पूर्व में गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था। वह बड़े पैमाने पर अवैध खनन भी करता है। आरोपित जेल के लिए सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानता है। इसलिए वह उनसे रंजिश रखने लगा। उमाशंकर के अनुसार हीरा सिंह की सितारगंज केंद्रीय जेल में रहने के दौरान सतनाम सिंह पुत्र बलविंदर सिंह निवासी सिरसा फार्म, जिला बरेली उत्तर प्रदेश से मुलाकात हुई। सतनाम सिंह मादक पदार्थ के मामले में वहां बंद था। आरोप है कि हीरा सिंह ने सतनाम सिंह से कैबिनेट मंत्री को मारने के लिए कहा। तब सतनाम ने हीरा से कहा कि उसका दोस्त मोहम्मद अजीज उर्फ गुड्डू निवासी किच्छा बड़ा अपराधी है।