कोई किसी को धक्का दे रहा था तो किसी को बाइक पार्क करने की जगह नहीं मिली। छोटे बच्चों के साथ आई महिलाएं भीड़ देखकर हड़बड़ा गईं, फॉर्म हासिल करना किसी जंग को जीतने से कम नहीं था। जब कर्मचारी आवेदन का फॉर्म लेकर आए तो भीड़ टूट पड़ी, लोगों ने कर्मचारियों के हाथ से फॉर्म छीनना शुरू कर दिया। कुछ फॉर्म फट भी गए। भीड़ में गुस्साए लोगों ने एक दूसरे के साथ झूमा-झटकी भी की। जहां तक नजर गई सिर्फ भीड़ दिखी, जिसमें हर कोई बस आगे जाकर काउंटर तक पहुंचने के लिए कुछ भी करने को तैयार था। ये हालात मंगलवार को रायपुर के चीफ मेडिकल ऑफिसर के दफ्तर के थे।
दरअसल, ये भीड़ बेरोजगार युवक-युवतियों की थी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में 202 अस्थाई पदों पर मेडिकल और नॉन मेडिकल स्टाफ की भर्ती की जा रही है। मंगलवार को इस प्रक्रिया का पहला दिन था। इंटरव्यू देने के लिए बेरोजगारों की भीड़ टूट पड़ी। 2 हजार से ज्यादा की संख्या में लोग यहां पहुंच गए।
भीड़ को स्वास्थ्य विभाग का अमला संभाल न सका। कई बार फॉर्म और आवेदकों के रजिस्ट्रेशन कांउटर को बंद करना पड़ा। अब मंगलवार को होने वाले इंटरव्यू को टालकर इसे बुधवार को आयोजित किया जाएगा, पहले दिन सिर्फ युवक युवतियों को आवेदन फॉर्म दिए गए। ये फॉर्म भी करीब 500 लोगों को भीड़ की वजह से मिल ही नहीं पाए।