धरती पर ही नहीं, अंतरिक्ष में भी कचरा बढ़ रहा है. इसे स्पेस जंक या स्पेस डेब्रिस के नाम से जाना जाता है. आसान भाषा में समझें तो खराब हो चुके सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में गुच्छें के रूप में घूमते हुए नजर आते हैं. जब कोई स्पेस मिशन पूरा हो जाता है तो एजेंसी सैटेलाइट अपने स्पेसक्राफ्ट को यूं ही छोड़ देती हैं, इस तरह कचरा बढ़ता जाता है. आंकड़ों से समझिए कौन सा देश सबसे ज्यारा कचरा फैला रहा है. आमतौर पर स्पेस मिशन को लेकर अमेरिका का नाम सबसे पहले जेहन में आता है, लेकिन आंकड़े कहते हैं अंतरिक्ष में बढ़ रहे कचरे में सबसे बड़ा योगदान रशिया का है.
नासा की रिपोर्ट कहती है, अंतरिक्ष में कचरे के 27,000 टुकड़े 25,266 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तैर रहे हैं. 27 हजार में से 23,000 कचरे के टुकड़ों का आकार एक गेंद से भी बड़ा है भारतीय स्पेश मिशन के कारण अंतरिक्ष में 114 कचरे के टुकड़े फैले.