
FIITJEE Coaching Center: “सफलता का मार्ग यहीं से शुरू होता है” — यह टैगलाइन है फिटजी कोचिंग सेंटर की, जो अब विवादों में घिर चुका है। दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, बिहार समेत कई राज्यों में फिटजी कोचिंग सेंटर के खिलाफ गंभीर आरोप लग रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिटजी के कई सेंटर अचानक बंद हो गए हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई और अभिभावकों के पैसे दोनों पर संकट आ गया है।
फिटजी सेंटर बंद होने की घटनाएँ
नई दिल्ली, नोएडा, मेरठ, भोपाल, और पटना जैसे शहरों से ऐसी खबरें आई हैं कि फिटजी कोचिंग सेंटर्स बिना किसी पूर्व सूचना के बंद हो गए। इस घटना के बाद, अभिभावकों ने हंगामा किया और कुछ जगहों पर एफआईआर भी दर्ज कराई। आरोप यह है कि इन संस्थानों ने बच्चों से दो साल की एडवांस फीस लेकर अचानक सेंटर बंद कर दिए, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई अधर में अटक गई है।
फीस के मामले में धोखाधड़ी
भोपाल, पटना, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली में बंद हुए फिटजी सेंटरों के बारे में अभिभावकों ने बताया कि कोचिंग सेंटर ने लाखों रुपए एडवांस में लिए थे। मेरठ में 400 से ज्यादा छात्रों ने दो साल की एडवांस फीस जमा की थी, जो करोड़ों में पहुंचती है। जब कोचिंग सेंटर अचानक बंद हो गया, तो छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं था।
नोएडा में भी एक अभिभावक ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे के लिए 4 लाख रुपये की फीस दी थी। सेंटर बंद होने से न केवल बच्चे की पढ़ाई प्रभावित हुई, बल्कि परिवार पर भी आर्थिक बोझ बढ़ गया।
भोपाल में करोड़ों की धोखाधड़ी
भोपाल में यह मामला और भी गंभीर है। यहां फिटजी सेंटर ने करीब 700 स्टूडेंट्स से डेढ़ लाख से तीन लाख रुपये प्रति छात्र की फीस ली थी, जो कुल मिलाकर 12 से 15 करोड़ रुपये तक पहुंचती है। इसके बाद, सेंटर अचानक बंद हो गया, और अभिभावकों के लिए यह एक बड़ी परेशानी बन गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए भोपाल के डीएम ने इस पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
पटना में पुलिस की कार्रवाई
पटना में भी इस घटना को लेकर शिकायत दर्ज की गई है। यहां के अभिभावकों ने फिटजी के निदेशक, सीईओ और सेंटर हेड के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इसके अलावा, पुलिस ने सेंटर के 20 से ज्यादा बैंक खातों को सीज कर दिया है, जिससे इस धोखाधड़ी के और भी गंभीर पहलू सामने आ रहे हैं।
छात्रों और अभिभावकों के लिए संकट
फिटजी कोचिंग सेंटर द्वारा अचानक किए गए इस कदम से हजारों छात्रों और उनके अभिभावकों का भविष्य अधर में लटक गया है। जिन छात्रों ने कड़ी मेहनत और उम्मीद के साथ इस कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था, वे अब मानसिक दबाव का सामना कर रहे हैं। उनके आने वाले परीक्षा और करियर को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।