छत्तीसगढ़खास खबर

एमिटी युनिवर्सिटी रायपुर में आहवान कार्यक्रम आयोजित किया

एमिटी युनिवर्सिटी रायपुर ने छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग को आमंत्रित कर विश्वविद्यालय के सभागार में 300 से अधिक विद्यार्थियों के लिए बाल अधिकारों के संरक्षण पर आयोग के आहवान नामक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया . इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर डाॅ. पीयूष कांत पाण्डेय प्रो-वाईस चांसलर एवं आयोग की सदस्य पुष्पा पाटले ने अपनी गरिमामय उपस्थिति प्रदान की .

Aamaadmi Patrika

कार्यक्रम का शुभारंभ राजगीत से हुआ . अपने स्वागत उद्बोधन में डाॅ. पीयूष कांत पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग वर्तमान में बाल अधिकारों की रक्षा के क्षेत्र में बहुत ही जागरूकता के साथ कार्य कर रहा है . इस बेहतरीन प्रदर्शन का श्रेय आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेजकुंवर नेताम को जाता है . उन्होंने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय के छात्रों से बाल अधिकारों को समझ कर जीवन में बच्चों के सर्वोत्तम हित में कार्य करने की अपील की . तत्पश्चात् श्रीमती तेजकुंवर नेताम ने अपने उद्बोधन में बच्चों के संस्कारपूर्ण जीवन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें भारतीय आदर्श परंपराओं का पालन करने के महत्व को बताते हुए युवा छात्रों से इस दिशा में कार्य करने की अपील की . उन्होंने नशामुक्ति, मोबाईल की लत और अन्य बहुत से समीचीन मुद्दों की तरफ ध्यान आकर्षित किया . कार्यक्रम के अगले चरण में आयोग के सचिव प्रतीक खरे द्वारा बाल अधिकारों का महत्व, अधिकार आधारित दृष्टिकोंण बनाये रखने तथा बच्चों के अधिकार व प्रचलित कानूनों पर रोचक तरीके से छात्रों से वार्तालाप करते हुए जानकारी प्रदान की .

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उन्होंने गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को बच्चों से बात करने और उनकी निर्णय क्षमता, आत्मविश्वास आदि को विकसित करने के तरीके समझाये . कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय की ओर से आभार व्यक्त किया गया . कार्यक्रम का मंच संचालन सुश्री नंदिनी चक्रवर्ती ने किया . कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डिप्टी प्रो वाईस चांसलर डाॅ. सुरेन्द्र रहमतकर, प्रो. डाॅ. बोधिसत्व आचार्य डायरेक्टर विधि विभाग, प्रो. डाॅ. इंद्राणी सिंह राय तथा अन्य विद्वान फैकल्टी मेम्बर उपस्थित थे . आहवान कार्यक्रम का आयोजन बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सहयोग से विश्वविद्यालय के भाषा, फैशन, मनोविज्ञान विभाग ने किया तथा विधि विभाग एवं मीडिया तथा संचार विभाग ने भी सक्रिय सहभागिता प्रदान की . एमिटी युनिवर्सिटी ने भविष्य में ऐसे आयोजनों तथा बाल अधिकार के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित की .

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