बीआरओ अस्थायी श्रमिकों के शव भी घर पहुंचाए जाएंगे

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) में कार्यरत अस्थायी श्रमिकों के निधन होने पर भी उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचाया जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बाबत स्वीकृति दे दी है. अब तक इनका अंतिम संस्कार कार्यस्थल पर भी कर दिया जाता था.

रक्षा मंत्री ने अस्थायी कर्मचारियों के अंतिम संस्कार के खर्च को 1,000 से बढ़ाकर 10 हजार रुपये करने को भी स्वीकृत दे दी है. इसे बीआरओ परियोजनाओं में सरकारी प्रामाणिक ड्यूटी के दौरान किसी अस्थायी कार्मिकों की मृत्यु की स्थिति में सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. अब तक यह सुविधा बीआरओ के जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (जीआरईएफ) कार्मिकों को ही मिल रही थी. बीआरओ अस्थायी कर्मियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क निर्माण के लिए नियोजित करता है. वे प्रतिकूल जलवायु और मुश्किल हालात में बीआरओ कर्मियों के साथ काम करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप वे कभी-कभी हताहत हो जाते हैं. अब तक अस्थायी कर्मियों की मृत्यु के मामले में परिवहन का बोझ शोक संतप्त परिवारों पर पड़ता था. रक्षा मंत्री ने दौरे के दौरान अस्थायी कर्मियों की कठिन कार्य स्थितियों को देखा था और बीआरओ को उनके लिए कल्याणकारी उपाय तैयार करने का निर्देश दिया था.

आज ड्रोन शक्ति प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयर बेस पर भारत ड्रोन शक्ति-2023 प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे. भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. कार्यक्रम में रक्षा मंत्री औपचारिक रूप से सी-295 मध्यम सामरिक परिवहन विमान को औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल करेंगे. भारतीय वायुसेना भारत ड्रोन शक्ति कार्यक्रम के लिए ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ सहयोग कर रही है.

50 से अधिक हवाई प्रदर्शन आयोजित होंगे

25 और 26 सितंबर को वायुसेना के हिंडन एयरबेस पर होने वाले इस आयोजन में 50 से अधिक हवाई प्रदर्शन होंगे. इन प्रदर्शनों में ड्रोन अनुप्रयोगों की एक श्रृंखला शामिल होगी. इसमें सर्वेक्षण ड्रोन, कृषि ड्रोन, अग्नि शमन ड्रोन, सामरिक निगरानी ड्रोन, हेवी-लिफ्ट लॉजिस्टिक्स ड्रोन को शामिल किया जाएगा. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल सहित शीर्ष सैन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे.

 

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